tag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post2478021714526536414..comments2024-02-22T16:01:17.360+05:30Comments on नया जमाना: कहां गए गायब कश्मीरीनया जमानाhttp://www.blogger.com/profile/07265292209310274504noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-76637675829379385742014-12-24T13:53:57.806+05:302014-12-24T13:53:57.806+05:30सर , आप किन कश्मीरियों की बात कर रहे हैं ? आम कश्म...सर , आप किन कश्मीरियों की बात कर रहे हैं ? आम कश्मीरी या .... / अगर आम कश्मीरी सैन्य - बल या पुलिस के द्वारा गायब हो रहे हैं तो यह अवश्य चिंता की बात है / इस पर त्वरित कार्यवाही होनी चाहिए / पर कश्मीर को लेकर हमारी सरकारें एक विचित्र प्रकार की उहापोह की स्थिति में रहती हैं / असल में हमारी सरकारों के लिए कश्मीर बहुत ही संवेदनशील मुद्दा के रूप में खड़ा रहा है / अफ़सोस की बात यह है किसत्ता की राजनीति के चलते कश्मीर और उलझता चला गया है / अब देख लीजिए आज भी कश्मीरी पंडितों के लिएकश्मीर में कोई राह नहीं निकल पाई है / sandhyahttps://www.blogger.com/profile/17679437521020454754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-74908249520610257352014-12-24T13:50:00.738+05:302014-12-24T13:50:00.738+05:30समस्त प्रधान राजनीतिक दलों में मुस्लिम विरोधी भावन...समस्त प्रधान राजनीतिक दलों में मुस्लिम विरोधी भावनाएं जड़ें जमा चुकी हैं,और उन्ही के प्रभाव में भोले भाले लोग भी होते जा रहे.<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03465868126002607220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-78223876054599608992014-12-24T13:49:14.286+05:302014-12-24T13:49:14.286+05:30समस्त प्रधान राजनीतिक दलों में मुस्लिम विरोधी भावन...समस्त प्रधान राजनीतिक दलों में मुस्लिम विरोधी भावनाएं जड़ें जमा चुकी हैं,और उन्ही के प्रभाव में भोले भाले लोग भी होते जा रहे.<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03465868126002607220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-85940652550439148212010-05-06T11:10:51.649+05:302010-05-06T11:10:51.649+05:30कौन कहता है कि गायब होते हैं? जी नहीं साहब, सिर्फ़ ...कौन कहता है कि गायब होते हैं? जी नहीं साहब, सिर्फ़ घूमने-फ़िरने सीमा-पार जाते हैं… <br /><br />और बिलकुल वापस भी आते हैं जी, बाकायदा झोले लटकाये, बादाम-पिस्ते लिये, आँखो में 72 हूरों के सपने लिये… <br /><br />लेकिन आपको दिखाई नहीं देंगे… :)Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.com