tag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post5110081403906341236..comments2024-02-22T16:01:17.360+05:30Comments on नया जमाना: जेएनयू छात्र प्रतिवाद का स्वर्णिम पन्नाः इंदिरा गांधी वापस जाओनया जमानाhttp://www.blogger.com/profile/07265292209310274504noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-59926812554553288642011-01-31T19:31:16.614+05:302011-01-31T19:31:16.614+05:30Chaman Lal जिस घटना और फोटो पर चर्चा चल रही है, उस...Chaman Lal जिस घटना और फोटो पर चर्चा चल रही है, उसका एक गवाह मैं भी हूँ फोटो में दिखाये ग्रुप के आस पास ही मैं भी था और जब पुलिस ने लाठी चार्ज किया तो भागते हुए मेरा चश्मा गिरा और तब कद्दावर और मजबूत y k रंजन ने मुझे उठा कर R K पुरम के पास पुलिस के दायरे के बाहर छोड़ा,एकाध लगी पर ज्यादा नहीं ,इससे पहले 1979 में JNU के रामपाल राणा और मनमोहन के साथ,जो वहाँ faculty में जा चुके थे,Hardwari लाल के खिलाफ प्रदर्शन में लठियाँ खाई थी, चश्मा वहाँ भी गिरा और हिन्दी के प्रो. ने उठा कर बाद में दिया, ये इस संघर्ष की अगुआई प्रो॰ ओ पी ग्रेवाल और प्रो॰ दहिया कर रहे थे, जो बाद में कुरुक्षेतर विशवविद्याल्य के VC भी हुएChaman Lalhttps://www.blogger.com/profile/06315377469941455169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-18956548909126893982011-01-29T23:18:54.556+05:302011-01-29T23:18:54.556+05:30कालेज और विश्वविद्यालय क्या राजनीति से दूर रहें? ...कालेज और विश्वविद्यालय क्या राजनीति से दूर रहें? आज ओस्मानिया विश्वविद्यालय की हालत देख कर तो लगता है कि छात्रों के भविष्य से खेला जा रहा है। इसी प्रकार १९६८-६९ में छात्रों के जीवन एक साल बेकार गया था।चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.com