tag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post7456401859032775608..comments2024-02-22T16:01:17.360+05:30Comments on नया जमाना: सन् 1917 की अक्टूबर क्रांति के मौके पर - साधारण मनुष्य की महानता का महाख्याननया जमानाhttp://www.blogger.com/profile/07265292209310274504noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-38190669979842282902014-11-07T12:58:42.918+05:302014-11-07T12:58:42.918+05:30जब दुनिया हिल उठी थी...
लेनिन के नेतृत्व में (भा...जब दुनिया हिल उठी थी... <br /><br />लेनिन के नेतृत्व में (भारतीय कैलेंडर के हिसाब से आज के ही दिन ०७ नवम्बर १९१७ को) रूस में महान 'सर्वहारा-क्रान्ति' (वोल्शेविक-क्रान्ति) सम्पन्न हुई थी जिसने आगे चलकर विश्व राजनीती की दिशा ही बदल दी...लेनिन व रूस की क्रांतिकारी जनता को लाल सलाम!<br /><br />भारत में 'सांस्कृतिक-क्रान्ति' के जनक आंबेडकर के साथ नाइंसाफी हुई है<br /><br />आप अंदाजा लगाईये कि जब पांच लाख लोगों ने एक साथ मिलकर एक ही दिन आंबेडकर के नेतृत्व में सड़ांध व घृणित 'ब्राह्मणवादी-सनातनी हिन्दू धर्म' को त्याग करने का ऐलान किया था...तब जाहिर है, उस समय भी भारत की धरती हिल गयी होगी. बहुत अफ़सोस होता है यह जानकार कि अन्य बुर्जुआ दलों कांग्रेस-लोहियावादी-समाजवादियों के साथ साथ कम्युनिष्टों ने भी इसे नजरंदाज करने की कोशिश की थी. बाद में कांग्रेस को जगजीवन राम के रूप में एक नया प्यादा मिल गया जिसे वह उत्तर-भारत में चेतनाविहीन दलितों-पिछड़ों को भरमाने में जबरदस्त इस्तेमाल किया और कथित 'ब्राह्मण-हरिजन-मुस्लिम गठजोड़' बनाकर 'ब्राह्मणवादी सनातनी' सामाजिक-व्यवस्था को ही आहिस्ता-आहिस्ता मजबूती प्रदान किया. कांग्रेस से सबक सीखते हुए ठीक यही प्रयोग उत्तर-प्रदेश में मायावती ने भी 'कुर्सी-जुगाड़ू' के लिए दोहराया. आज भाजपा को भी रामविलास पासवान, उदितराज, अठालवे जैसे कई प्यादे मिल गए है. मुलायम-लालू-शरद-नीतीश-देवेगौड़ा कभी-कभार संघी साम्प्रदायिकता के खिलाफ थोड़ा-बहुत दहाड़ते है पर 'ब्राह्मणवादी सनातनी हिन्दू धर्म को जोरदार ठोकर मारने की उनकी कोई मंशा नहीं दिखती है. लालू तो इन दिनों तांत्रिक-अघोड़ी के चक्कर में ही जा फंसा है. फिर आप किस सांस्कृतिक, सामाजिक व राजनीतिक उथल-पुथल की बात करते हैं?<br /><br />राम सिंह मेमोरियल ट्रस्ट (रसमत ) Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-84058846483989425152010-11-06T01:02:10.988+05:302010-11-06T01:02:10.988+05:30एक बोल्शेविक क्रान्ति का इंतज़ार भारत को भी हैं!एक बोल्शेविक क्रान्ति का इंतज़ार भारत को भी हैं!Rudrahttps://www.blogger.com/profile/13690768590793404419noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-11792645089521260792010-11-05T17:50:15.867+05:302010-11-05T17:50:15.867+05:30एक दिन ऐसा भी लाएँ
जब मेहनतकश खुश हों,
दीवाली मन...एक दिन ऐसा भी लाएँ <br />जब मेहनतकश खुश हों, <br />दीवाली मनाएँ!!!<br />मेहनत की जय जय हो<br />लक्ष्मी श्रमोत्पन्ना <br />कारा से बाहर हो <br />अपने घर हो!!!दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-7289305168831595452010-11-05T11:57:30.781+05:302010-11-05T11:57:30.781+05:30दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं...दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.com