tag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post8357890539729586834..comments2024-02-22T16:01:17.360+05:30Comments on नया जमाना: ओम थानवी और माध्यम निरक्षरतानया जमानाhttp://www.blogger.com/profile/07265292209310274504noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-74372884785167741332012-05-01T09:08:04.339+05:302012-05-01T09:08:04.339+05:30नामवर सिंह अगर तरुण विजय के साथ दिखते हैं तो यह सं...नामवर सिंह अगर तरुण विजय के साथ दिखते हैं तो यह संकीर्णता का प्रश्न तो बाद में है। <br />यह तो वैसे ही हुआ कि शाकाहारी आदमी माँस की दुकान खोल ले।चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-56407410463823878502012-05-01T08:59:38.672+05:302012-05-01T08:59:38.672+05:30साफ कहूँ तो थानवी साहब ने इतना बुरा भी नहीं कह दिय...साफ कहूँ तो थानवी साहब ने इतना बुरा भी नहीं कह दिया है। <br /><br />मुझे पता है कि बुरा लगेगा लेकिन यह ज्यादा उन लोगों को अखर रहा है जो फेसबुक पर अधिक समय दे रहे हैं, हालाँकि यह उनका व्यक्तिगत मामला है। अंतर्जाल संबंधी अधिकांश बातों से हमारी सहमति है, जो आपके द्वारा कही गयी हैं। लेकिन थानवी साहब की बात इतनी गलत नहीं थी जितना तूल दिया जा रहा है।चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.com