tag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post8609807282707349115..comments2024-02-22T16:01:17.360+05:30Comments on नया जमाना: साहित्य का मायाजाल और यथार्थनया जमानाhttp://www.blogger.com/profile/07265292209310274504noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3347952622162097882.post-45937101614661941222011-05-09T07:08:02.975+05:302011-05-09T07:08:02.975+05:30""साहित्य के लिए सत्य के उदघाटन से ज्याद...""साहित्य के लिए सत्य के उदघाटन से ज्यादा महत्वपूर्ण छद्म का उदघाटन करना है"।<br />यह भी तो प्रकारांतर से सत्य का उद्घाटन करना ही तो हुआ !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com