वेनेजुएला
के राष्ट्रपति हूगो चावेज नहीं रहे। वे लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे।चावेज ने
अपने कामों से वेनेजुएला और लैटिन अमेरिकी देशों पर जबर्दस्त असर पैदा किया था,फिदेल के बाद वे इस क्षेत्र के सबसे
जनप्रियनेता भी थे और सारी दुनिया में अमेरिकी साम्राज्यवाद के खिलाफ संघर्ष के
सबसे बड़े प्रतीक भी थे.क्रांतिकारी चावेज को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि।
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वेनेजुएला
के क्रांतिकारी नेता चावेज की विशेषता थी कि वे प्रति सप्ताह 40 घंटे से ज्यादा
टीवी -रेडियो से सीधे अपने देश की जनता के साथ संवाद करते थे। वे लिखी स्क्रिप्ट
देखकर भाषण नहीं देते थे और न उनके लिए कोई स्क्रिप्ट लिखी गयी। स्वतःस्फूर्त
बोलना,सोचना और आम जनता की इलैक्ट्रोनिकी
माध्यमों के जरिए लाइव प्रसारण के माध्यम से समस्याओं पर खुलकर विचार विमर्श करना
उनकी आदत थी.अपने देश की जनता से वे किस हद तक जुड़े थे यह इस बात से समझ में आएगा
कि उन्होंने अपने देश की जनता के साथ जो वायदे किए उनको काफी हद तक पूरा किया।
क्रांति को पार्टी के ऑफिस से निकालकर आम जनता का औजार बनाया और क्रांतिकारी
विचारों के पारदर्शी और अबाधित बहस-मुबाहिसे की अपने देश में स्वस्थ परंपरा डाली।
चावेज ने समाजवाद,क्रांति और लोकतंत्र के बीच में नए
किस्म के पारदर्शी सामाजिक-राजनीतिक दर्शन और विश्वदृष्टिकोण को जन्म दिया।
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चावेज
का वेनेजुएला में बड़ा योगदान यह है कि वे देश में साइबर क्रांति के जनक भी बने।
एक जमाने में स्वयॆ ट्विटर पर ट्विट भी किया करते थे बाद में उनको किंही कारणों से
अपना एकाउंट बंद करना पड़ा। वेनेजुएला की आम जनता में साइबर संसार के प्रति व्यापक
आकर्षण है, 86 प्रतिशत इंटरनेट यूजरों के फेसबुक
एकाउंट हैं। Tendencias
Digitales नामक
पत्रिका ने वेनेजुएला के सन् 2008 के आंकड़े जारी किए हैं इनके अनुसार वेनेजुएला
में फेसबुक में 1,200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वेनेजुएला में पांच लाख से ज्यादा
ब्लेकबेरी फोन हैं। यह समूचे बाजार का 7 प्रतिशत हिस्सा है। यह लैटिन अमेरिका की
तुलना में ढ़ाई प्रतिशत ज्यादा है।
जबकि
ट्विटर में अभी 4 प्रतिशत लोग वेनेजुएला से हैं। वेनेजुएला के विपक्षी टीवी चैनल
ग्लोबविजन के अनुसार विश्व के 20 सबसे ज्यादा प्रभावशाली ‘ट्विटर’ एकाउंट वेनेजुएला के हैं। ये न्यूयार्क टाइम्स और सीएनएन जैसे
महारथियों के साथ तेज प्रतिस्पर्धा में हैं। अकेले ग्लोबविजन के दो लाख अनुयायी
हैं। ये आपस में भी संवाद करते हैं।
उल्लेखनीय
है चावेज के खिलाफ कारपोरेट घरानों के नायक और संगठकर्ता की भूमिका टीवी चैनल
निभाते रहे हैं। स्वयं चावेज ने सबसे जनप्रिय टीवी चैनल और 34 रेडियो स्टेशनों को
देश के कानूनों का उल्लंघन करने के कारण बंद कर दिया। साथ ही ‘‘कम्युनिकेशन गुरिल्लाओं’’ की एक फौज गठित की है जो साइबर से लेकर
मीडिया और स्कूलों तक चावेज और क्रांति का प्रचार करते रहते हैं।
वेनेजुएला
की 28 मिलियन आबादी में अभी 90 लाख इंटरनेट यूजर हैं। सरकार की योजना है कि सोशल
नेटवर्किंग साइट को देश की नीतियों पर बहस के लिए शामिल किया जाए ,साधारण जनता को नीतियों के सवालों पर
सक्रिय किया जाए।
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चावेज
ने वेनेजुएला में विश्व के शानदार लोकतांत्रिक चुनाव की मिसाल कायम की थी और जीत
हासिल की थी। अमेरिका पूर्व राष्ट्रपति जिमी कॉर्टर ने कहा कि मैंने अपने जीवन में
दुनिया में 92 चुनावों की निगरानी की है और उनको संपन्न किया है लेकिन चावेज का
चुनाव दुनिया का बेहतरीन लोकतांत्रिक चुनाव था। क्रांतिकारी लोग चुनावों के जरिए
जनता का दिल कैसे जीतें और आम जनता में विचारों का युद्ध कैसे लड़ें इसके जो मानक
चावेज ने बनाए हैं उनसे हमसब बहुत कुछ सीख सकते हैं।
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लैटिन
अमेरिकी देशों में क्रांतिकारियों के एकवर्ग में सत्ता में आने के बाद फिर से अपने
ही कुनबे के लोगों का दमन करने का रिवाज रहा है लेकिन वेनेजुएला में अपने 14साल के
शासन में चावेज अपने से भिन्न मत रखने वाले सैनिकों और पार्टी नेताओं का कभी दमन
नहीं किया। दमनरहित 14शासन और साइबर क्रांति के जरिए प्रचार,संवाद और जनता को गोलबंद करने का काम
किया। क्रांति को दमनरहित बनाया।
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हूगो
चावेज ने ऐसे दौर में अपने देश में अमेरिकी तेल कंपनियों का राष्ट्रीयकरण किया जिस
समय सारी दुनिया में अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सामने दुनिया की अधिकांश
सरकारें नतमस्तक हो गयी थीं और सारी दुनिया में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का
निजीकरण हो रहा था। चावेज ने तेल को क्रांति के संरक्षण के लक्ष्य के साथ नत्थी
किया और उन तमाम देशों की मदद की जो समाजवाद के लिए जंग कर रहे थे।
उल्लेखनीय
है मध्यपूर्व के तेलधनी देश सऊदीअरब ने तेल को प्रतिक्रियावाद-फंडामेंटलिज्म और
अमेरिकी साम्राज्यवाद के विस्तार का औजार बनाया तो चावेज ने तेल के बहाने ही
अमेरिकी विस्तारवाद को पंक्चर किया और गरीबों की जिन्दगी की रक्षा के साथ तेल को
जोड़ा।
वेनेजुएला
में सबसे ज्यादा स्कॉच ह्विस्की पी जाती है लेकिन चावेज शराब नहीं पीते थे।
सादगीपूर्ण जीवनशैली,गरीब जनता से सीधे संवाद और संपर्क
उनकी सबसे बड़ी शक्ति थी।
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जो
लोग कहते हैं कि बुर्जुआ मीडिया ईमानदार और निरपेक्ष होता है उनको चावेज के मरने
के बाद अमेरिकी बहुराष्ट्रीय मीडिया में चावेजविरोधी घृणा प्रचार को देखना चाहिए।
चावेज
की मौत के बाद उनके बारे में अफवाहें फैलाने और उनका चरित्रहनन करना कारपोरेट
मीडिया की निरपेक्ष छवि पर कभी न मिटनेवाला काला धब्बा है।
अमेरिकी
मीडिया की केन्द्रीय विशेषता है समाजवाद को कलंकित करो, चावेज और वेनेजुएला में सत्तारूढ़
सरकार को षडयंत्रकारी और जनविरोधी घोषित करो।
वेनेजुएला
और चावेज पर नेट पर पढ़ते समय कम्युनिस्ट विरोध और चरित्रहनन को माइनस करके पढ़ा
जाए तो बेहतर समझ बन सकती है।
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चावेज
की विशेषता है कि उसने क्रांतिकारियों को जंगलों में गुरिल्ला जिंदगी जीने और
जंगल-जंगल भटकने की बजाय आम जनता और खासकर सत्ता के सामाजिक संतुलन को बदलने का
नया पाठ निर्मित किया। गुरिल्ला रणनीति का क्रांतिकारी आंदोलन से अंत किया।
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एक
जमाना था सीआईए और उसके खरीदे हुए भाड़े के सैनिक लैटिन अमेरिका में दनदनाते हुए
प्रतिक्रांतिकारी हमले किया करते थे,लेकिन चावेज के सत्ता में आने के बाद भाड़े के सैनिकों और सीआईए के
हमलों का लैटिन अमेरिकी जनता ने जमकर एकजुट प्रतिवाद किया ,इस काम में चावेज क्रांतिकारियों के
प्रेरणास्रोत बने रहे।
चावेज
ने दूसरा बड़ा काम यह किया कि मीडिया में अहर्ऩिश मौजूदगी के जरिए भाड़े के
क्रांतिविरोधी पत्रकारों-विद्वानों-सैनिक अफसरों आदि के प्रचार को असरहीन बना
दिया।
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