शनिवार, 27 दिसंबर 2014

मंगलेश डबराल-असद जैदी असभ्य भाषा के प्रयोग के कारण ब्लॉक किए गए,

असद जैदी-मंगलेश डबराल ब्लॉक किए गए ,क्योंकि वे फेसबुक पर असभ्य भाषा लिख रहे थे। शिक्षितों और खासकर लेखक का असभ्य भाषा बोलना अपराध है।कल जबरीमल पारख ने एक पोस्ट लिखी,जिस पर चर्चा चल रही थी,उसमें कहीं से असद जैदी दाखिल हुए और गालियां बकने लगे,मंगलेश डबराल ने भी असभ्य भाषा लिखी, उन्होंने असद की भाषा की प्रच्छ्न्न हिमायत की। फेसबुक पर हिन्दी के लेखक जब भी बहस करते हैं तो तर्कहीन होने पर तुरंत असभ्यभाषा लिखने लगते हैं।बहस करने का धैर्य नहीं है तो फेसबुक पर मत जाओ।गालियां दोगे, पर्सनल अटैक करोगे,ब्लॉक कर दिए जाओगे। हिन्दी लेखकों में एक वर्ग की आदत है बहस में अ-लोकतांत्रिक हो जाना,गुटबाजी करके लेखक के खिलाफ घटिया अ-साहित्यिक प्रचार अभियान चलाना। फेसबुक पर भी ये बीमारियां ये ही लेखक ला रहे हैं। पढ़ें पूरी पोस्ट-


पूरी बहस पढ़ें-

Jawari Mal Parakh की मूल पोस्ट-

हमारे एक प्रिय मित्र जो छतीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित और प्रायोजित साहित्योत्सव में भाग लिया है, उनका मानना है की यह आयोजन बीजेपी में कट्टरपंथियों और उदारतावादियों के बीच के संघर्ष का नतीजा है. मैं नहीं जानता कि बीजेपी में उदारतावादी होने का क्या मतलब है. क्या उदारतावादी हिंदुत्व की विचारधारा में यकीन नहीं करते, क्या वे गुजरात में हुए नरसंहार के लिए शर्मिंदा है और क्या वे बाबरी मस्जिद के विध्वंस को गलत मानते हैं. यदि ये तीनों बातें मानते हैं तो फिर वे बीजेपी में नहीं हो सकते. अगर हम बीजेपी और आरएसएस के बारे में किसी तरह की ग़लतफ़हमी पालते हैं तो यह सिर्फ अपने को धोखा देना होगा. फासीवादी विचारधारा का कोई उदारतावादी पक्ष नहीं होता. सिर्फ वे अपने को वहां होने को सही ठहराना चाहते हैं और उसके लिए यह तर्क पेश कर रहे हैं तो इस पर मुझे कुछ नहीं कहना है. अगर आपने उनके मंच पर खड़े होकर उनकी आलोचना कर दी या उनको गाली भी दे दी तो उससे कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला है. आपकी मौजूदगी ही उनके सही होने का सबूत है. सही इस अर्थ में कि हम भी उदार हैं, लोकतंत्र में यकीन करते हैं और अपने मंच पर देखो हम अपने धुर विरोधियों को भी सादर आमंत्रित करते हैं.

बाद में उस पर आई टिप्पणियां-







Hammad Farooqui ye BJP ka udartava aisa he ki atal ji advani ji ki apreksha,advani ji-toghariya ki,toghariya-Narendra ji,Narendra ji Niranjan ji,Niranjan ji Aditya Nath ji ki apeksha udartavadi hein..

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Anil Kumar Singh bilkul sahi baat sir .

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Virendra Yadav अब एक नया तर्क चल रहा है कि नरेन्द्रमोदी तो उदार हैं क्योंकि आर्थिक उदारवाद के कायल हैं और योगी , साध्वी ,साक्षी आदि कट्टरपंथी.

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Hammad Farooqui kuttey ka pilla-Hara...zad...se zeyada udar he..?

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Anil Kumar Singh भेड़ की खाल में भेड़िया वाली बात.

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Tiwari Keshav सहमत

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Jagadishwar Chaturvedi मैं जबरीमलजी से सहमत हूं, भाजपा को लेकर कोई बुनियादी मतभेद नहीं है आपसे मेरा,यह मेरा अनुमान है सही भी हो सकता है भविष्य में और गलत भी।

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Narendra Tomar लगता है कि संघ और नरेंद्र माेदी के बीच एक समझ यह भी है कि नरेंद्र मोदी की छवि को उदारवादी के रूप में पेश करते हुए कट्टरतावादी सांप्रदायिक खेल को जारी रखा जाएगा।

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Mangalesh Dabral जगदीश्वर-जी, भाजपा में कट्टरता और उदारवाद के बीच संगर्ष की तथाकथित सैद्धांतिकी आपने पेश की है और अब आप पारख जी का भी समर्थन कर रहे हैं! या इलाही ये माजरा क्या है!

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Mangalesh Dabral यह कहना सरासर भ्रामक है की संघ परिवार आर्थिक उदार्ताव्गाद का विरोधी है.

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Mangalesh Dabral हा हा, अब आप लिखे भी कर रहे हैं!!! यह क्या दुरंगी चाल हैं!

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Mangalesh Dabral लाइक पढ़ें.

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Jagadishwar Chaturvedi मंगलेशजी, यह मेरा राजनीतिक अनुमान है और राजनीतिक अनुमानों पर बहस होनी चाहिए,माजरा कुछ नहीं है, आप जानते हैं मेरी जेएनयू की राजनीतिक शिक्षा में राजनीतिक तैौर पर कभी कोई भी दल अछूत नहीं रहा, मैं सभी दलों के बीच में संवाद के पक्ष में रहा हूँ। दुरंगीचाल नहीं है। मैं सैंकडों पोस्ट भाजपा पर फेसबुक पर लिख चुका हूँ,दुरंगापन तो आप जैसे लेखकों का है।

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Santosh Chaturvedi सचमुच मामले में बड़ा घालमेल नजर आ रहा है। इन कट्टरवादी ताकतों से आखिर किस बिना पर उदारतावाद की उम्मीद की जा रही है।जबकि परिदृश्य पूरी तरह स्पष्ट है।

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Jagadishwar Chaturvedi मंगलेशजी, पहले आप ही कहें कि भारत भवन पुण्यात्माओं का केन्द्र कैसे हो गया ,जिसमें आप आते जाते रहे हैं।

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Mangalesh Dabral आपको नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने वालों से संवाद करते रहना चाहिए. शायद वे आपकी शिक्षाओं पर अमल करने लगें. और मैं बीजेपी सरकार आने के बाद कभी भारत भवन नहीं गया तमाम बुलाओं के बावजूद.

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Jagadishwar Chaturvedi संतोष, फेसबुक पर विचारों का आदान-प्रदान होता है यहां दलीय सोच में बाँधकर बातें करने से बहस नहीं हो पाएगी, दलीय सोच के लिए दलीय मंत हैं।

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Jagadishwar Chaturvedi मंगलेशजी, मैं जिस सत्र में था उसमें सभी लोकतांत्रिक लेखक थे और उनमें संवाद हुआ है। आपके जैसे लेखक से मैं यह उम्मीद नहीं करता, आप तो संघ के नेता के कार्यक्रम में गए थे, मैं तो संघ के कार्यक्रम में नहीं गया ।

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Mangalesh Dabral मैं किसी संघी नेता के कार्यक्रम में नहीं गया. और छत्तीसगढ़ में अफ़सोस की आपको सुनने को हम न हुए!

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Jagadishwar Chaturvedi







मंगलेशजी, भारत भवन फोर्ड फाउंडेशन के पैसों से चलता रहा जब जनवादी लेखक संघ ने उससे दूर रहने का कॉल दिया तब आप जैसे लेखकों ने दौडकर उसमें शामिल होना जरुरी समझा,यह सरासर अपमान नहीं लगा आपको आश्चर्य है।राकेश सिंहा के साथ उसके कार्यक्रम में जाना गलत नहीं लगा। रायपुर मेला तो राज्य सरकार ने आयोजित किया था,क्या आज की स्थिति में हम भारत सरकार का बहिष्कार कर सकते हैं ,जरा इफको के 10लाख वापस करा दो नामवरजी से, आपने निंदा में बयान क्यों नहीं दिया, आप यूपी में अपराधियों को संरक्षण दे रही सरकार से पुरस्कार लेने वालों के खिलाफ चुप क्यों रहे ? कांग्रेस की सरकार थी जब भोपास गैस त्रासदी हुई आपने तो कांग्रेस की सरकार से इनाम तक लिया उस समय आपको लेखकीय नैतिकता का कोई ज्ञान क्यों नहीं रहा। क्या कांग्रेस को कलंक मुक्त कर दिया है आपने?

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Mangalesh Dabral वह राकेश सिन्हा का नहीं , एक किताब की लेखक का कार्यक्रम था और इस ज़रा सी चूक के लिए भी मैंने माफी मांग ली थी. मैंने किसी कांग्रेसी से भी कोई पुरस्कार नहीं लिया.

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Mangalesh Dabral जगदीश्वर-जी, आपकी चातुरी की कहानियाँ तो जेएनयू से ही मशहूर हैं!

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Jagadishwar Chaturvedi गए क्यों ,भारतभावन के लिए आपने कभी माफी मांगी, आप तो खुलेआम हिमायत कर रहे हैं, फोर्ड फाउण्डेशन की मदद से चलने वाले भारत भवन की ,जबकि सब जानते है कि फोर्ड फाउण्डेशन के साथ सीआईए का याराना है।

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Mangalesh Dabral मैं कभी भारत भवन भी नहीं गया. आप झूठ बोल रहे हैं.

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Jagadishwar Chaturvedi मंगलेशजी, आपने हिमायत की है।कुछ दिन पहले ही अखबार में कहा है।

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Mangalesh Dabral अब आप अपनी बकवास बंद करें तो बेहतर हो.

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Jagadishwar Chaturvedi बकबास तो आपने आरंभ की थी।मैं तो आपकी बातों पर राय दे रहा था। राय दें कांग्रेस को आप दूध का धुला मानते हैं या नहीं ,क्या भोपाल गैस कांड से आप मुक्त कर दिए हैं उसको, भाजपा पर आपकी भूमिका को लेकर दुविधा नहीं है,

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Mangalesh Dabral बहुत देर बाद पता चला कि आपको शर्म भी नहीं आती.

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Jagadishwar Chaturvedi कमाल है बेशर्मी आप कर रहे हैं, आप डिक्टेट कर रहे हैं कि मैं कहां जाऊँ कहां न जाऊँ, शर्म आपको आनी चाहिए। लोकतंत्र है यह ।

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Mangalesh Dabral क्या मैंने आपको जाने से रोका? आप बही साहब कहीं भी जाएँ, यह ज़रूर लोकतंत्र है.

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Santosh Chaturvedi Jagadishwar Chaturvedi सर, फेसबुक विचारों के आदान प्रदान का एक बेहतर मच है, इससे भला कौन इनकार कर सकता है। आपके विचारों और सूचनाओं से हम समय समय पर लाभान्वित होते रहते हैं। लेकिन बात जब ऐसे कूढ़मगज लोगों की हो जो रोज ब रोज अपनी मूर्खता भरी बातों से हास्...See More

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Jagadishwar Chaturvedi मंगलेशजी, आपने रोका नहीं आपकी बातों में है यह, आपकी राय बता रही है, कम से कम लोकतंत्र में सम्मान करके बातें करना तो सीख लें आप, कमाल है।

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Mangalesh Dabral medicine can cure a sick person, nothing can cure a vulgar person--chinese proverb.

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Jagadishwar Chaturvedi संतोषजी, मैं लगातार लिखता रहा हूँ, मैंने छत्तीसगढ़ सरकार पर भी लिखा है, समस्या यह नहीं है,समस्या यह है भाजपा सरकार के आयोजित कार्यक्रम में जाएं या नहीं। बहस इस सवाल पर है।

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Anil Kumar Singh जोरदार विमर्श या ठग-विमर्श.

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Jagadishwar Chaturvedi अवसरवाद सबसे बड़ी बीमारी है उसका कोई इलाज बाजार में नहीं है।

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Jagadishwar Chaturvedi अनिलजी, ठग-विमर्श सही है,

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Jagadishwar Chaturvedi मंगलेशजी, आपकी फेसबुक वॉल पर मोदी के चुनाव मैदान में आने के बाद से मोदी और भाजपा के खिलाफ कितनी पोस्ट हैं जरा गिनकर खुद बताएं या किसी की मदद ले लें, पता चल जाएगा कि आपने भाजपा की इनदिनों किस तरह सेवा की है। प्रमाण है आपकी वॉल,जरा गिनती कर लें।

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Asad Zaidi जवरीमल जी, जिन्हें आप अपना प्रिय मित्र कह रहे हैं वह अगर वहीं हैं जो मैं समझ रहा हूँ तो जान लीजिये कि वह पुराने बेहया और लफंगे हैं। उनसे सुधार की उम्मीद रखना एक भैंसे या बैल से दूध की उम्मीद रखने की तरह है। वह एक फ़्री-लांस अवसरवादी हैं। वक़्त के साथ उनका यह स्वभाव उनके चेहरे और भंगिमा से भी झलकने लगा है। मुझे उनकी किसी बात से ताज्जुब नहीं होता।

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Jagadishwar Chaturvedi भाजपा की दिल्ली सरकार से पैसा लेने में कोई परेशानी नहीं होती कमाल।

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Mangalesh Dabral are mahan aatmaa, kisne dilli ki baajapaa sarkaar se paisa ya inaam liya?

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Mangalesh Dabral आप क्या किसी चंडूखाने में बैठे हैं?

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Jagadishwar Chaturvedi

मंगलेशजी, आपके लिए नहीं लिखा,निश्चिंत रहें, जिनके लिए लिखा है, वे जबाव दें। असभ्यता की हद हैअसद जैदी बेहया और लफंगा लिख रहा है मेरे लिए और आप समझ भी नहीं रहे।इसका गाली देना तो उसे लफ़ंगा बनाता है, मैंने तो असद पर कुछ नहीं लिखा, यह कैसा हिन्दीकवि है जो गालियाँ लिखता है, कवि जब गालियाँ लिखे तो यह पतन की निशानी है,रही बात अवसरवाद की तो असद ज़ैदी तुम तो मदनलाल खुराना की सरकार के कर्जगीर हो! अमेरिका के नेटवर्क में काम करके अमेरिकी विचारधारा की सेवा कर चुके हो। तुम जैसा अवसरवादी तो हमने नहीं देखा।



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Mangalesh Dabral आह, यह आपके लिए है? क्या सच?

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Jagadishwar Chaturvedi मंगलेशजी, मैं कई दिन पहले आपके प्रति अपना सम्मान व्यक्त कर दियाथा ,मैं सारी बहस के बावजूद आपका सम्मान करता हूँ,

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Mangalesh Dabral यह बहस तो नहीं है. अगर बहस यही है तो हिंदी को कोई नहीं बचा सकता.

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Mangalesh Dabral छत्तीस गढ़ सरकार भी नहीं.

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Jagadishwar Chaturvedi मंगलेशजी, असद जैदी क्या हैं और क्या नहीं यह मैं बताने नहीं जा रहा, वे सज्जन पुरुष हैं, लेकिन वे जिस भाषा में दाखिल हुए हैं यह तो निपट लंफंगई है। मुद्दों पर बहस होगी,तीखी बहस होगी,लेकिन लेखकीय सम्मान को खत्म करके नहीं, मैंने पहले भी लिखा है।

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Jagadishwar Chaturvedi मंगलेशजी, मेरी छत्तीसगढ़ सरकार या मोदी सरकार से कोई मुहब्बत नहीं है। असद जैदी ने सबसे घटिया और ओछी हरकत की है। वह जबाव दे उसने भाजपा की दिल्ली सरकार से पैसा क्यों लिया,काहे के तीसमारखाँ बने फिर रहे हैंं।

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Mangalesh Dabral आपने बता दिया की असद के सज्जन हैं और एक पुरुष भी. बस और क्या चाहिए! अब आप अपनी मेधा को कुछ विश्राम दें.आपकी मोहब्बत जहाँ भी ह, वहां मुबारक.

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Jagadishwar Chaturvedi

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