गुरुवार, 5 मई 2016

जेएनयूएसयू संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं



English version of APPEAL by JNU alumnus to Honourable President of India and JNU visitor- to save JNU and lives of fasting JNU students , including JNUSU President Kanhaiya Kumar - follows shortly.

Hindi version of the appeal prepared by former JNUSU President Jagadishwar Chaturvedi is given here afresh after deleting the earlier post to avoid any confusion .

Group members requested to endorse it at the earliest and not later than 4 pm ( IST) on Saturday , May 7 , 2016 when JNU alumnus in or around Delhi and even beyond are to assemble @ Freedom Square, JNU Admin block to express solidarity with the agitating students and persuade them to end their fast and deploy other tactics , including legal ones .


APPEAL IN HINDI

मान्यवर,
हम जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र आपसे अनुरोध करते हैं कि विश्वविद्यालय प्रांगण में चल रहे छात्रों के आंदोलन में हस्तक्षेप करके कैंपस में शांति बहाल करने में मदद करें।उल्लेखनीय है कैंपस में छात्रसंघ के बैनरतले अनेक छात्र और छात्रसंघ पदाथिकारी विगत आठ दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं।इन सभी छात्रों की शारीरिक अवस्था चिंताजनक है।छात्रों की मांग है कि 9फरवरी2016 की घटना के संदर्भ में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गठित उच्चस्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर की गयी अनुशासनात्मक कार्रवाई को तुरंत रद्द किया जाय।यह जांच कमेटी जब गठित की गयी थी तब ही छात्रों ने इसके निर्माण पर अनेक आपत्तियां प्रकट की थीं,इन आपत्तियों को प्रशासन ने एकसिरे से अस्वीकार किया और इकतरफा जांच कमेटी का गठन करके उस घटना की जांचकी।उल्लेखनीय है कि जेएनयू शिक्षक संघ ने भी जांच समिति को अस्वीकार किया था।वहीं दूसरी ओर छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई भी गयी।जिससे संबंधित मुकदमा अदालत में विचाराधीन है।हम विनम्रतापूर्वक कहना चाहते हैं कि 9फरवरी2016 की घटना में न तो हिस्सा लिया और न इसे आयोजित किया था।जेएनयूछात्रसंघ का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। जिन छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है वह राजनीति से प्रेरित है।अतःहम मांग करते हैं कि जेएनयू प्रशासन तुरंत छात्रों के खिलाफ की गयी अनुशासनात्मक कार्रवाई को वापस ले और कैंपस में शांति बहाल करे।( चन्द्रप्रकाश झा की वॉल से साभा

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