गुरुवार, 23 दिसंबर 2010

आओ राजनीति करें -विकीलीक और सीआईए के मुख्यालय पास-पास

          ( ए- विकीलीक का मुख्यालय, बी- सीआईए का मुख्यालय)
    विकीलीक और अमेरिकीतंत्र की तथाकथित टकराहट अब एक नयी मंजिल पर पहुँच गयी है। जो लोग रात-दिन विकीलीक में अमेरिकी विरोध और साम्राज्यवाद विरोध की गंध लेते रहे हैं उन्हें यह जानकर आश्चर्य होगा कि विकीलीक ने विगत शुक्रवार से अपना अमेरिकी ऑफिस चालू कर दिया है। विकीलीक का पहले सारा कारोबार Silicon Valley Web Hosting  के जरिए हो रहा था लेकिन अब ServInt के जरिए हो रहा है। तब से अमेरिका का कोई नया खुलासा सामने नहीं आया है। कुछ अर्सा पहले विकीलीक ने अमेरिका से अपना सारा ऑपरेशन समेटकर अन्यत्र स्थानान्तरित कर दिया था। पहले विकीलीक के सारे मेल रीडायरेक्ट करके रूस भेज दिए जा रहे थे। लेकिन विगत शुक्रवार से विकीलीक ने अपना अमेरिका स्थित मुख्यालय चालू कर दिया है। अमॉजान ने जब विकीलीक के लिए वेब सुविधा देने से मना कर दिया तो विकीलीक के समस्त वेबतंत्र को यूरोप में नए स्थान पर रीडायरेक्ट किया गया । उसके लिए एक ऐसी नेट व्यवस्था का इस्तेमाल किया गया जिसमें उसका आईपी एड्रेस पता न चले। यह पद्धति इसलिए अपनायी गयी जिससे उस कंपनी को अमेरिकी हमलों से बचाया जाए। अमेरिका का सारी दुनिया की कंपनियों पर दबाब है कि कोई भी देशी-विदेशी कंपनी विकीलीक की मदद न करे। इस तरह की अपील अमेरिकी सीनेट की गृहसुरक्षा कमेटी के जे.लीवरमेन ने जारी की है। लीवरमैन ने कहा - "No responsible company – whether American or foreign – should assist Wikileaks in its efforts to disseminate these stolen materials."
    अब नए सिरे से विकीलीक  वेबसाइट के मुख्यालय को सीआईए के मुख्यालय के पास ले आया गया है।उल्लेखनीय है सीआईए का मुख्यालय और  ServInt  का ऑफिस चंद कदमों की दूरी पर हैं। इन दोनों के ऑफिस पास होने के पीछे भी क्या कोई राजनीति भी हो सकती है ?  विकीलीक ने सीआईए से कहा है उसके ऊपर वह जासूसी करना बंद करे। दूसरी ओर अमेरिकी प्रशासन ने कंपनियों पर दबाब डालना आरंभ किया है कि वे विकीलीक की किसी तरह की मदद न करें। साथ ही वे अपने कर्मचारियों को कहें कि वे विकीलीक न पढ़ें।            










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