मंगलवार, 21 जून 2016

योग - संयोग और शासन

मैं योग दिवस के पक्ष में हूँ !!मैं बाबा रामदेव आदि के भी पक्ष में हूँ! क्योंकि इन लोगों ने योग को मासकल्चर का अंग बना दिया, कल तक योग ,कल्चर का अंग था। मैं बाबा रामदेव और मोदीजी से बहुत ख़ुश हूँ कि उन्होंने योग को ग्लोबल ब्राण्ड बना दिया। पूँजीवादी विरेचन का हिस्सा बना दिया।

योग करने के कई फ़ायदे हैं जिनको योगीजन टीवी पर बता रहे हैं।लेकिन सबसे बडा फ़ायदा है कि वह अब सरकारी फ़ैशन, सरकारी जनसंपर्क और सरकारी जुगाड़ का अंग बन गया है। योग आसन था लेकिन अब योग शासन है।पहले योग स्वैच्छिक था कल अनिवार्य होगा!केन्द्र सरकार से लेकर तमाम देशी -विदेशी सरकारों तक योग अब शासन का अंग है ,यूएनओ कोई जनसंगठन नहीं है वह सत्ताओं का संगठन है। योग को ११७ देशों का समर्थन है योग अब आसन नहीं शासन की क्रिया है!

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