बुधवार, 3 नवंबर 2010

कबीर के आंसू क्यों नहीं दिखते राहुल गांधी को

सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी पर इस देश को अमीर बनाने का जुनून सवार हो गया है। वे येन-केन प्रकारेण देश को अमीर बनाने पर तुले हैं। लेकिन अमीर बनाने के चक्कर में गरीबों की मुसीबतें बढ़ गयी हैं। वे मनरेगा-मनरेगा चिल्लाते रहते हैं। पहले सोनिया गांधी की सास गरीबी हटाओ-गरीबी हटाओ चिल्लाती रहती थी लेकिन गरीबी नहीं हटी ,वे जरूर हटा दी गयीं।
  बतर्ज सआदत हसन मंटो जो हो रहा है उस पर गौर फरमाएं-
 ‘‘ नगर-नगर ढ़िंढ़ोरा पीटा गया कि जो आदमी भीख माँगेगा,उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
  गिरफ्तारियाँ शुरू हुईं।
लोग खुशियाँ मनाने लगे कि एक बहुत पुरानी लानत दूर हो गई।
कबीर ने यह देखा तो उसकी आंखों में आंसू आ गए।
लोगों ने पूछाः ‘‘ऐ जुलाहे,तू क्यों रोता है ?’’
कबीर ने रोकर कहाः ‘‘ कपड़ा दो चीज़ों से बनता है-ताने और पेट से...गिरफ्तारियों का ताना तो शुरू हो गया,पर पेट भरने का पेटा कहाँ है ?’’



                  

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