यह पहलीबार हुआ है मुसलमानों के पवित्र माह के दौरान बटुकसंघ के भोंपुओं ने टीवी से लेकर फेसबुक तक जमकर मुसलमान विरोधी घृणित प्रचार किया है।टीवी पर बटुक संघ के दलीय प्रवक्ता तो सभ्यता की सारी हदें पार कर गए हैं।घटना बांग्लादेश में हुई है और भारत में ज़बर्दस्ती मुसलमानों के खिलाफ नफ़रत फैलायी जा रही है।हैदराबाद में जिन युवाओं को आईएस से संपर्क के आरोप में पकड़ा गया है , उसके बहाने सभ्यता और संविधान की सीमाओं को तोड़कर , बिना आरोप सिद्ध किए समूचे मुसलिम समाज, ओवैसी,धर्मनिरपेक्ष लोगों के खिलाफ टीवी से लेकर फेसबुक तक ज़हरीला प्रचार किया जा रहा है।
मुसलमान हमारे देश के संविधान , क़ानून और लोकतंत्र का सम्मान करते हैं और मानते हैं। मुसलमानों की भारत की आज़ादी के पहले और बाद के सामाजिक विकास में सकारात्मक भूमिका रही है।आजाद भारत में मुसलमानों ने कभी अन्य धर्म के लोगों के खिलाफ कभी कोई मुहिम नहीं चलायी।मुसलमानों ने एक स्वर से आतंकवाद, साम्प्रदायिकता और पृथकतावादी के खिलाफ हमेशा भारत सरकार के फ़ैसलों को माना और राष्ट्रीय एकता के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। मुसलमान कभी आक्रामक नहीं रहे ऐसी स्थिति में मुसलमानों के ऊपर हमले करना ग़लत है ,संविधानविरोधी है।
मुसलमान हमारे देश के संविधान , क़ानून और लोकतंत्र का सम्मान करते हैं और मानते हैं। मुसलमानों की भारत की आज़ादी के पहले और बाद के सामाजिक विकास में सकारात्मक भूमिका रही है।आजाद भारत में मुसलमानों ने कभी अन्य धर्म के लोगों के खिलाफ कभी कोई मुहिम नहीं चलायी।मुसलमानों ने एक स्वर से आतंकवाद, साम्प्रदायिकता और पृथकतावादी के खिलाफ हमेशा भारत सरकार के फ़ैसलों को माना और राष्ट्रीय एकता के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। मुसलमान कभी आक्रामक नहीं रहे ऐसी स्थिति में मुसलमानों के ऊपर हमले करना ग़लत है ,संविधानविरोधी है।
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