बुधवार, 20 जुलाई 2016

केजरीवाल के पंजाबीगेम

केजरीवाल ने पंजाब विधानसभा चुनाव के मीडियागेम और माइंडगेम में भाजपा-अकाली और कांग्रेस तीनों की नींद उडाकर रख दी है,आम आदमी पार्टी जीतेगी या हारेगी यह भविष्य बताएगा लेकिन फिलहाल ´आप´ जैसा छोटा नवोदित दल मैदान में है और इन सभी दलों को अपने नेताओं पर संदेह हो रहा है कहीं वो वहां न चला जाए !

मोदीजी की जमा पूंजी है टीवी और साइबर प्रचार,मजेदार बात यह है केजरीवाल इस मामले में मोदीजी से बहुत आगे है।मोदीजी साइबर के नवोदित नेता हैं जबकि केजरीवाल साइबर हीरो है।यह बात दिल्ली की पराजय के बाद से मोदीजी भूले नहीं हैं।पंजाब में सिद्धू को सामने करके मोदीजी की टीवी इमेज से ज्यादा वजन का टीवी नायक मैदान में लाकर केजरीवाल ने मोदीजी का खर्चा और ब्लडप्रेशर बढ़ा दिया है।मोदीजी की तरह ही तुकबंदी भाषण देने में सिद्धू सिद्दहस्त है,सच में पंजाब विधानसभा चुनाव बेहद रंगीन होने जा रहा है।

पंजाब विधानसभा चुनाव में क्या होगा यह तो भविष्य बताएगा लेकिन भाजपा को छोड़कर जाने वालों का सिलसिला केजरीवाल ने आरंभ करके मोदीजी के आभामंडल के प्रभाव को क्षीण जरूर कर दिया है,केजरीवाल के भाजपा पर पड रहे छापे सीबीआई के आप पर पड़े छापे से ज्यादा कष्टदायक हैं मोदीजी के लिए।

पंजाब महत्वपूर्ण राज्य है आम आदमी पार्टी को वहाँ यदि विधानसभा चुनाव गंभीरता ,स्वच्छता और ईमानदारी से लड़ना है तो नवजात सिंह सिद्धू को अपना नायक नहीं बनाना चाहिए। टीम का नायक किसी निष्ठावान राजनीतिक व्यक्ति को बनाना चाहिए। सिद्धू को नायक बनाने का अर्थ है आम आदमी पार्टी का पत्तागोल !अराजनीतिक व्यक्ति को नायक बनाकर राजनीति नहीं कर सकते केजरीवाल!

कल तक अरुणाचल में जो कांग्रेसी विधायक मोदीजी के साथ थे वे भी उनको छोडकर फिर कांग्रेस में लौट गए। मोदीजी दलदल कराकर कितना मूर्ख बनाओगे जनता को!अरूणाचल से चली हवा पंजाब में पहुँच गयी! मोदीजी यह आपके पतन की शुरूआत है। आपकी उलटी गिनती शुरू हो चुकी हैं।

पंजाब में तो विधानसभा चुनाव के पहले ही भाजपा का रथ पंक्चर ! सिद्धू का जाना अपशकुन है मोदीजी! हवन करेंगे हवन करेंगे!!

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