हम शिक्षा के बारे में यूनेस्को के अध्ययन से संबंधित आंकड़ों को देख रहे थे। हमने पाया कि हमारे देश में ग्रामर स्कूलों की चौथी और पांचवीं कक्षा के छात्रों का भाषा और गणित ज्ञान लैटिन अमरीका के शेष देशों के इस उम्र के बच्चों के ज्ञान से दुगुना है। लैटिन अमरीका ही नहीं बल्कि अमरीका से भी अधिक है ।
मैं ऐसे देश में बोल रहा हूं जहां शिक्षा और संस्कृति का स्तर बहुत ऊंचा है। मैं अर्जेंटीना के लोगों और उनके ज्ञान के विषय में जानता हूं। आज हमारे देश का स्तर बहुत ऊँचा है लकिन अर्जेंटीना उन चार या पांच देशों में से है जो कि हमारे स्तर के नजदीक हैं। लेकिन हमें इस बात से बहुत खुशी हुई कि भाषा और गणित पर हमारे ग्रामर स्कूलों के छात्रों का अधिकार दुनिया के सर्वाधिक विकसित देशों के मुकाबले कहीं अधिक अच्छा है।
इस प्रकार हमारे देश की यह स्थिति है।
हमारे देश में जीवन के पहले वर्ष शिशु मृत्यु दर प्रति हजार प्रसव 7 से कम है। पिछले साल यह 6.5 थी और उससे पहले साल 6.2 थी। हम इसे और नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं। हम यह भी नहीं जानते कि उष्णकटिबंधी देश में इसे कम किया जा सकता है क्योंकि कई तत्व काम करते हैं। जलवायु का प्रभाव होता है। आनुवंशिक तत्व होते हैं। और भी कई तत्व हैं जैसे कि स्वास्थ्य सुविधा, पोषण आदि। हमें इसे 10 से कम लाने की उम्मीद नहीं थी। इसके इतने नीचे आने से हम बहुत प्रोत्साहित हुए हैं।
सबसे अच्छी दरें केवल राजधानी में नहीं है। पूरे प्रांतों में शिशु मृत्यु दरें पांच से कम है। पूरे देश में न्यूनाधिक ये ही दरें हैं। यहां हमारे उत्तरी पड़ोसी जैसी स्थिति नहीं है। वहां तो जिन इलाकों में लोगों के पास अधिक संसाधन, बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और बेहतर पोषक तत्व आदि हैं वहां यह दर चार या पांच है, लेकिन अमरीका की राजधानी सहित जिन इलाकों में बहुत गरीब लोग और अमरीकी अफ्रीकी जैसे प्रजाति समूह रहते हैं, जिन्हें पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां यह दर आवश्यक सेवाओं से संपन्न इलाकों के मुकाबले तीन गुना, चार गुना, यहां तक कि पांच गुना अधिक है।
हम हिस्पानिक अमरीकियों, अफ्रीकी अमरीकियों तथा यहां आए दुनिया के दूसरे हिस्सों के लोगों की स्थिति से वाकिफ हैं, उनकी शिशु मृत्यु दरें, उनकी जीवन प्रत्याशा दरें, उनके स्वास्थ्य संकेतक। हम यह भी जानते हैं कि अमरीका में चार करोड़ लोगों का चिकित्सा बीमा नहीं है।
अमरीकी अवाम के प्रति मेरे मन में कोई घृणा नहीं है क्योंकि हमारी क्रांति ने हमें घृणा नहीं सिखाई है। हमारी क्रांति विचारों पर आधारित है कट्टरपन या उग्र राष्ट्रीयता पर नहीं । हमें यह शिक्षा मिली है कि हम सब भाई बहन हैं। हमारे लोगों को दोस्ती और भाईचारे की भावनाओं की शिक्षा मिली है। हमारे विचार से यही अंतर्राष्ट्रीय भावनाएं होनी चाहिए ।
हमारे लाखों क्यूबाई साथी इसी विचारधारा से गुजरे हैं। इसीलिए मैं कहता हूं कि क्रांति को समाप्त करना इतना आसान नहीं है। हमारे लोगों की इच्छाशक्ति को कुचलना इतना आसान नहीं है क्योंकि उसके पीछे विचारों, अवधारणाओं और भावनाओं की ताकत है। विचारों और भावनाओं को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। हमारे हर कर्म के पीछे यही सच्चाई होती है। जिस अवाम ने ज्ञान के कुछ निश्चित स्तर प्राप्त कर लिए हैं, मुद्दों को समझने की एक निश्चित क्षमता अर्जित कर ली है और जिसमें एकता और अनुशासन की क्षमता है उसे धरती से मिटाना इतना आसान नहीं है । यही कारण है कि इन नाजीवादी-फासीवादी सिध्दांतों के बावजूद हमारा यह पक्का विश्वास है कि हमारे देश पर हमले के लिए उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। हमारे लोग कभी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे। वे कभी भी युद्ध के पीछे नहीं हटेंगे । लड़ने में सक्षम एक भी स्त्री या पुरुष जब तक जीवित है वह लड़ता रहेगा।
हम अपने शत्रु के बारे में दशकों से जानते हैं। इसलिए हमारे देश ने अपनी रक्षा करना सीख लिया है। हमारा देश दूसरे देशों पर बम नहीं गिराता और न ही शहरों पर बमबारी के लिए हजारों जहाज भेजता है। हमारे पास परमाणु, रासायनिक या जैव हथियार नहीं हैं । हमारे देश के हजारों वैज्ञानिकों और डॉक्टरों को जीवन बचाने का दर्शन सिखाया गया है । हमारे किसी डॉक्टर या वैज्ञानिक को मानवों की हत्या करने में सक्षम कोई बैक्टीरिया या जीवाणु पैदा करने के लिए कहना उसके संस्कारों के विपरीत होगा।
क्यूबा पर जैव हथियारों के लिए अनुसंधान करने के आरोप लगाए गए। हमारे देश में आनुवंशिक इंजीनियरिंग तकनीकों से उत्पन्न टीकों के जरिए मेनिंजोकोकल मेनिनजाइटिस और हेपाटाइटिस जैसी भयंकर बीमारियों का इलाज करने के लिए अनुसंधान किया जाता है या मोलिक्यूलर प्रतिरक्षा अथवा इलाज के लिए खोज की जाती है। इस तरह की तकनीकी भाषा के प्रयोग के लिए आप मुझे क्षमा करें। इन विधियों से घातक कोशिकाओं पर सीधे-सीधे आघात किया जाता है। कुछ बीमारियों को रोकते हैं और कुछ उनका इलाज करते हैं। हम इस दिशा में प्रगति कर रहे हैं। हमारे डॉक्टरों और अनुसंधान केंद्रों के लिए यह गर्व की बात है।
क्यूबा के हजारों डॉक्टरों ने धरती पर दूरदराज के तथा असत्कारशील स्थानों में अंतर्राष्ट्रीय मिशनों के लिए अपनी सेवाएं दी हैं। मैंने एक बार कहा था कि हमारा देश दुनिया के किसी अंधेरे कोने पर पूर्व हमले नहीं करेगा। इसके विपरीत हमने दुनिया के सबसे अधेरे कोने में सबसे अधिक जरूरी डॉक्टर भेजे हैं । बम नहीं बल्कि डॉक्टर, समझदार हथियार या कहिए अचूक हथियार क्योंकि जो हथियार कपट करके मारता है वह समझदार नहीं हो सकता, बल्कि डॉक्टर ।
जैसा कि आप, यहां मौजूद छात्र देख रहे हैं, मैंने उन मुद्दों पर बात की है जो हमारी क्रांति के लिए गर्व के बड़े स्रोत हैं। कुछ लोग हैं जो यह कहते हैं कि क्यूबा ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छा कार्य किया है,शुक्र है कि कुछ तो माना। वे यह भी मानते हैं कि खेलों का भी अच्छा विकास हुआ है। और मैं जानता हूं कि आप बहुत बड़े खेल प्रेमी हैं और यह 'ओले-ओले' एक खास खेल से जुड़ा है ।जिसके आप ब्राजील के साथ चैंपियन हैं । लेकिन उन्हें शीघ्र ही यह भी कहना होगा कि क्यूबा संस्कृति और कला के क्षेत्र में भी बहुत आगे बढ़ रहा है । और हम कलावादी संस्कृति के पीछे नहीं हैं बल्कि व्यापक सामान्य संस्कृति और ज्ञान को अपना रहे हैं।
अपने देश के बारे में कुछ और छोटी-छोटी बातें मैं आपको बताना चाहता हूं। पिछले तीन सालों में विश्वविद्यालयों की संख्या काफी बढ़ी है।...पहले केवल एक मेडिकल स्कूल हुआ करता था अब 22 मेडिकल स्कूल हैं। इनमें से एक का नाम लैटिन अमरीकन मेडिकल स्कूल है जिसमें लैटिन अमरीका के सब देशों से लगभग 7000 छात्र हैं। बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर 10000 कर दी जाएगी (करतल ध्वनि)। हम जानते हैं कि अमरीका में विश्वविद्यालय शिक्षा विशेषकर मेडिकल स्कूल में शिक्षा के लिए एक व्यक्ति को 2 लाख डालर अदा करने पड़ते हैं ।
कई साल पहले बने इस स्कूल से जब 10000 छात्र अपनी शिक्षा पूरी कर लेंगे तो केवल इसी क्षेत्र में तीसरी दुनिया के देशों को हमारा योगदान दो अरब डालर के बराबर हो जाएगा। यह इस बात का प्रमाण है कि यदि कोई देश अच्छे विचारों के मार्ग पर चलता है तो भले ही वह गरीब हो, बहुत चीजों को कर सकता है ।
इस देश की 44 साल से नाकाबंदी चल रही है। समाजवादी खेमा, जो खरीद और वाणिज्य के जरिए हमारा प्राथमिक व्यापार साझीदार और आपूर्तिकर्ता था, के पतन हो जाने के बाद साम्राज्यवाद ने अपने आर्थिक उपाय शुरू कर दिए जिन्हें टोरिसेली और हेम्सबर्टन एक्टों द्वारा और कड़ा कर दिया गया ।
इसके अलावा एक और आपराधिक कानून है जिसे हम कातिल क्यूबन एडजस्टमेंट एक्ट कहते हैं। यह दुनिया के केवल एक देश पर लागू होता है और वह है क्यूबा। यदि कोई अपने आपराधिक रिकार्ड या अन्य किसी कारण से वीजा पाने का हकदार नहीं है तो वह यदि किसी नाव को चुराकर या जहाज का अपहरण करके या अन्य किसी माध्यम से अमरीका पहुंच जाता है तो उसे स्वत: ही अमरीका में निवास मिल जाता है और उसे अगले दिन से ही काम करने का प्राधिकार मिल जाता है।यह बात ध्यान से सुनें। मैक्सिको और अमरीका की सीमा पर हर साल 500 आदमी मरते हैं और उनकी मौत बड़ी भयानक होती है। मैक्सिको के साथ एक संधि की गई है या उस पर लादी गई जिसका नाम है नार्थ अमरीकन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट या नाफ्टा। इस करार में पूंजी और वस्तुओं की मुक्त आवाजाही की तो अनुमति है लेकिन मानवों की नहीं । इस बीच उन्होंने हमारे देश पर यह एडजस्टमेंट एक्ट लागू कर दिया है। यह कातिल कानून है और हम नहीं चाहते कि यह दूसरों पर लागू हो। लेकिन हम इस बात पर कायम हैं कि जो हरेक किसी पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाते हैं और क्यूबा पर तो यह आरोप घृणित बदनामी और शर्मनाक तथा हास्यास्पद झूठों के जरिए लगाया जाता है, वे सभी मानवों को यह अधिकार दें। इस सीमा पर सैकड़ों मैक्सिकोवासी और लैटिन अमरीकी मारे जाते हैं। यहां हर साल इतने व्यक्ति मरते हैं जितने बर्लिन की दीवार के 29 साल के अस्तित्व में भी नहीं मरे ।
उन्होंने लाखों बार बर्लिन की दीवार की बात की है लेकिन इस सीमा को पार करने की चेष्टा करने वाले मैक्सिकोवासियों की मौत के बारे में कोई भी समाचार नहीं दिया जाता और दिया भी जाता है तो छिटपुट।
यदि आप लैटिन अमरीकी हैं या एशियन हैं या किसी और देश से हैं और आप गैरकानूनी तरीके से अमरीका पहुंच जाते हैं और आपको वहां ठहरने दिया जाता है तो आपको शरणार्थी या आप्रवासी कहा जाएगा और यदि आप क्यूबाई हैं तो आपको निर्वासित पुकारा जाएगा।
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