मंगलवार, 12 अक्तूबर 2010

9अक्टूबर को चे का स्मृति दिवस- महान क्रांतिकारी चेग्वारा की विरासत -5- फिदेल कास्त्रो

     अमरीका में कोई क्यूबाई प्रवासी नहीं है हालांकि हर साल ऐसे 1 ला व्यक्ति अपने रिश्तेदारों से मिलने क्यूबा आते हैं। लेकिन वे आप्रवासी नहीं हैं, निर्वासित व्यक्ति हैं। झूठ बोलने और भ्रम पैदा करने की अपनी कपटपूर्ण विधियों के द्वारा उन्होंने यह शब्द गढ़ा है।
मैं आपको यकीन दिलाना चाहता हूं कि हम पर जो कानून 37 साल से लागू है यदि उसे लैटिन अमरीका और कैरेबियन देशों और उन देशों पर लागू कर दिया जाए जिन पर वे एफ टी ए ए लादना चाहते हैं । यदि यह प्राधिकार सभी को मिल जाए, हालांकि हम इसकी पैरवी नहीं करते क्योंकि यह कातिल कानून है, तो लैटिन अमरीका और कैरेबियन देशों की आबादी आज 53 करोड़ 40 लानहीं होती और अमरीका की आधी आबादी लैटिन अमरीका या कैरेबियन मूल के लोगों की होती । इसके बारे में कुछ कहने के बजाए बेहतर होगा कि लोग खुद निष्कर्ष निकालें, अपना दिमाग लगाकर देखें कि उस देश के नेता किस तरह के हैं। मैं वहां के लोगों की बात नहीं करता। उनके साथ तो अकसर छल किया जाता है।
     हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि कई बार उन्होंने गलत ध्येयों का समर्थन किया है। लेकिन गलत ध्येयों का समर्थन कराने के लिए उनके साथ छल करना जरूरी है और इस काम में वहां के नेता माहिर हैं। पूरे इतिहास में यही हुआ है । लेकिन जब उन्हें सच्चाई का पता चलता है तो वे कार्रवाई करते हैं। वियतनाम युद्ध को समाप्त कराने में अमरीकी अवाम ने निर्णायक भूमिका अदा की। अंतर्राष्ट्रीय जनमत, आपके विचारों, सभी अमरीकी देशों के विचारों का वहां के नेताओं की नजरों में कोई मोल नहीं है। उनके लिए केवल अमरीकी मतदाताओं के विचारों का ही महत्व है। उनके साथ छोटी या बहुत बड़ी धोखाधड़ी की जा सकती है। ऐसी ही धोखाधड़ी हमें अमरीका के पिछले 'सुपर डेमोक्रेटिक' चुनावों में देने को मिली जब हारने वाले उम्मीदवार को 'जीतने' वाले उम्मीदवार से 5 ला वोट अधिक मिले।
    प्रत्येक व्यक्ति जानता है कि वहां क्या हुआ। अमरीका में किसी को भी संदेह नहीं है। क्यूबाई-अमरीकी आतंकवादी मॉब की मदद से धुर दक्षिणपंथी धड़े ने अपने विरोधी से विजय छीन ली। मैं इस विवाद में नहीं पड़ना चाहता कि दोनों में से कौन अधिक लोकतांत्रिक है और कौन कम क्योंकि मैं इनमें से किसी भी पार्टी का सदस्य नहीं हूं। आखिरकार वहां एक पार्टी प्रणाली ही तो है ।
     कुछ लोग कह सकते हैं : 'लेकिन क्या क्यूबा में केवल एक पार्टी नहीं है?' मैं कहता हूं कि हां है। लेकिन हमारी पार्टी न तो नामांकित करती है और न चुनती है। प्रत्येक जिले में असेंबलियों में लोग जिला प्रतिनिधि चुनते हैं और वे ही हमारी प्रणाली का आधार हैं। इनकी संख्या दो से कम या आठ से अधिक नहीं हो सकती। इन जिला प्रतिनिधियों, जिनसे देश की प्रत्येक नगरपालिका के लिए नगरपालिका परिषद गठित की जाती है, में से लगभग 50 प्रतिशत प्रतिनिधि लोगों द्वारा नामित किए जाते हैं और चुने जाते हैं। चुनावों में उन्हें 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिलने चाहिए। 600 से अधिक प्रतिनिधियों वाली नेशनल असेंबली ऑफ क्यूबा के लगभग 50 प्रतिशत सदस्यों में जिला प्रतिनिधि ही होते हैं जिनसे न केवल नगरपालिका परिषदों का गठन होता है, बल्कि वे ही प्रोविंसियल असेंबलियों और नेशनल असेंबली के लिए उम्मीदवार नामित करते हैं।
मैं इसके विस्तार में नहीं जाऊंगा लेकिन यह जरूर चाहूंगा कि आप क्यूबा की चुनाव प्रणाली के बारे में कुछ जानकारी प्राप्त करें। क्योंकि जब उत्तर के लोग पूछते हैं कि क्यूबा में कब चुनाव होंगे तो बहुत आश्चर्य होता है। हम, क्यूबावासी उनसे यह सवाल पूछ सकते हैं : अमरीका का राष्ट्रपति बनने के लिए करोड़पति होना क्यों जरूरी है ?'  लेकिन उम्मीदवार का अनिवार्य रूप से करोड़पति होना जरूरी नहीं है, इसलिए हम पूछ सकते हैं कि : राष्ट्रपति चुने जाने के लिए उम्मीदवार को कितने अरब डालर चाहिए और मामूली म्यूनिसिपल पद सहित विभिन्न पदों के लिए आपको कितना भुगतान करना पड़ता है?
हमारे देश में यह सब नहीं होता। दीवारों पर पोस्टर नहीं चिपकाए जाते, टेलीविजनों पर उदात्त संदेशों की बाढ़ नहीं आती। उन्हें शायद यही कहते हैं। मुझे याद नहीं शायद आपको याद हो। क्योंकि आप वकील हैं। मैं तो भूल चुका हूं कि मैं कभी वकील
था ।उस देश में तथा दुनिया के अन्य हिस्सों में जन संचार माध्यमों ने दुर्भाग्य से क्या भूमिका अदा की है? मैं उनकी आलोचना नहीं कर रहा हूं।
मैं एक मामले का उल्ले करना चाहता हूं जिससे पता चलता है कि जब अमरीका के लोगों को सचाई मालूम होती है तो वे अच्छे ध्येय का समर्थन करते हैं। यह मामला छोटे इलियान गोंजालेज का है जिसका साढ़े तीन साल पहले अपहरण कर लिया गया था। वहां जब लोगों को सचाई का पता चला तो इस छोटे लड़के को घर भेज दिया गया। अमरीका के 80 प्रतिशत लोग उसे वापस क्यूबा भेजने के पक्ष में थे ।
वियतनाम युद्ध के समय लोगों को सच्चाई का पता चला। युद्ध में मरे युवा अमरीकियों की लाश को घर वापस लाने ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। लेकिन इलियन के मामले में ऐसा कुछ नहीं था। हम अमरीकी लोगों को अपने कारण बता पाए। यह कार्य टेलीविजन नेटवर्कों के जरिए किया गया। हवाना में 6 ला मांओं द्वारा मार्च आश्चर्यजनक घटना है। लाखों बच्चों द्वारा मार्च या हवाना में इंटेरेस्ट्स सेक्शन के सामने दस ला लोगों द्वारा मार्च और इसके साथ-साथ विभिन्न स्थानों पर लाखों लोगों द्वारा प्रदर्शन ऐसी घटनाएं हैं जिनकी अनदेखी नहीं की जा सकती। इन सबको पूरी दुनिया में बड़े टेलीजिवन नेटवर्कों पर दिखाया गया। कुछ रैलियां भी हुईं जो कि बीच हवा में क्यूबन एयरलाइनर को उड़ा देने की आतंकवादी कार्रवाई की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित रैली की तरह विशाल थीं। उस रैली को 40 अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्कों पर प्रसारित किया गया था।
आज संदेश प्राप्त करने के बहुत तरीके हैं। उपग्रह नीचे सिगनल भेजते हैं। जैसा कि आप छात्र बेहतर जानते हैं, एक माध्यम इंटरनेट भी है जिससे दुनिया के किसी भी कोने में संदेश भेजे जा सकते हैं भले ही वह अंधेरा कोना न हो। वह अंधेरा कोना हो भी नहीं सकता क्योंकि जिनके पास इंटरनेट है उनके पास बिजली भी है। संचार के और भी तरीके हैं। हमें बुद्धिजीवी वर्ग को भी कम नहीं आंकना चाहिए। इस वर्ग में पूरी दुनिया के लाखों लोग हैं जो अनिवार्य रूप से शोषक और धनी वर्ग से नहीं हैं।
उदाहरण के लिए सीएटल में जो हुआ उसे याद करें। इस समय दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हो रहे विरोध को देखें। शिक्षित तथा ज्ञान संपन्न लोगों ने उन्हें इंटरनेट के जरिए संगठित किया है। युद्ध के साथ-साथ आज अन्य कई चीजों से धरती के लिए
तरा पैदा हो गया है जैसे कि जलवायु परिवर्तन, ओजोन परत का विनाश, भूमंडल का उष्मीकरण, हवा, नदियों तथा समुद्रों का विषाक्त होना। इनसे पूरी धरती पर जीवन के लिए तरा है। इसीलिए लैटिन अमरीका, उत्तरी अमरीका और यूरोप में अवाम का एक जैसा ध्येय हो गया है।
एक के बाद एक महाविपत्ति आ रही है। आज ऐसी बीमारियां आ गई हैं जो 25 या 30 साल पहले नहीं थी। 25 साल पहले एड्स नहीं थी और और जिनके पास अच्छी प्रयोगशालाएं हैं वे उसके इलाज पर जोर दे रहे हैं निवारण या टीके पर नहीं क्योंकि एक व्यक्ति के इलाज पर एक साल में 10,000 डालर र्च होता है। यह र्च हर साल करना पड़ता है। इसलिए यह ज्यादा लाभदायक है। सीधी सी बात है कि इलाज की दवाई निवारक दवाई के मुकाबले ज्यादा मुनाफा देती है ।
अब सार्स और वेस्ट नाइल बुखार अचानक पैदा हो गए हैं। ये अमरीका के उत्तरी-पूर्वी हिस्से से आए हैं। जाहिर है कि वहां ये दुनिया के किसी हिस्से से आए होंगे। डेंगू आ गया है। इसके चार अलग-अलग रूप हैं। इनमें से दो या अधिक के मेल से डेंगू हेमोरहैजिक बुखार जैसी जटिल बीमारियां हो जाती हैं।
मैं अपने देश की ओर से आपको बताना चाहता हूं कि हमने अपनी खेती, यहां तक कि अपनी आबादी पर हमले के लिए बैक्टीरिया और वायरस के प्रयोग को सहा है। इसमें जरा सी भी अतिशयोक्ति नहीं है। हम कुछ बातों के बारे में जानते हैं और लगभग उन सभी के प्रमाण हमारे पास हैं। इनके बारे में जान लेने के बाद ही हम बोलते हैं ।
तो मैं कह रहा था कि आज दुनिया में संचार के बहुत तरीके हैं। इसलिए हमें जन संचार माध्यमों का शिकार नहीं बनना पड़ता है या उस पर आश्रित नहीं रहना पड़ता है। इंटरनेट नेटवर्क पूरी दुनिया में फैला है। जिन लोगों के कुछ सपने हैं, आकांक्षाएं हैं, ध्येय हैं जो उन्हें कचोटते हैं या जो केवल अपने बारे में नहीं बल्कि अपने बच्चों के बारे में सोचते हैं वे इसके जरिए एक ध्येय में शामिल हो सकते हैं भले ही वे अविकसित देशों में रहते हों या धनी देशों में। समस्याएं भी तो नई-नई आ रही हैं।



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